Headline
रेखा आर्या ने किया दो पेयजल योजनाओं का लोकार्पण
रेखा आर्या ने किया दो पेयजल योजनाओं का लोकार्पण
एआई के दौर में भी मानवता को बनाए रखना जरूरी- डीजी
एआई के दौर में भी मानवता को बनाए रखना जरूरी- डीजी
आईपीएल 2025 के 39वें मुकाबले में आज कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी गुजरात टाइटंस
आईपीएल 2025 के 39वें मुकाबले में आज कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी गुजरात टाइटंस
चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन, वनाग्नि को रोकने और पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए- मुख्यमंत्री
चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन, वनाग्नि को रोकने और पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए- मुख्यमंत्री
‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत मनाया गया ‘प्रवेशोत्सव’
‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत मनाया गया ‘प्रवेशोत्सव’
बोर्ड परीक्षा में फेल होने पर छात्रा ने खाया जहरीला पदार्थ, उपचार के दौरान मौत 
बोर्ड परीक्षा में फेल होने पर छात्रा ने खाया जहरीला पदार्थ, उपचार के दौरान मौत 
पीएम मोदी ने 17वें सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम में लिया हिस्सा
पीएम मोदी ने 17वें सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम में लिया हिस्सा
अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2′ ने वीकेंड पर पकड़ी रफ्तार, जानिए फिल्म का अब तक का टोटल कलेक्शन
अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2′ ने वीकेंड पर पकड़ी रफ्तार, जानिए फिल्म का अब तक का टोटल कलेक्शन
छह साल से कम उम्र के बच्चे को कक्षा एक में नही मिलेगा प्रवेश
छह साल से कम उम्र के बच्चे को कक्षा एक में नही मिलेगा प्रवेश

सीएम धामी का यूसीसी लागू किये जाने पर सम्मान एवं अभिनंदन समारोह किया आयोजित

सीएम धामी का यूसीसी लागू किये जाने पर सम्मान एवं अभिनंदन समारोह किया आयोजित

‘यूसीसी लागू होने से राज्य के नागरिकों को समान अधिकार मिलेंगे’

देहरादून/बरेली। उत्तराखण्ड में सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू किये जाने पर इन्वर्टिस विश्वविद्यालय ने सीएम धामी का सम्मान एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में यूसीसी की ऐतिहासिक पहल को साकार करने में उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता का महत्वपूर्ण योगदान है।

समान नागरिक संहिता का उद्देश्य राज्य के सभी नागरिकों के लिए एक समान और न्यायसंगत कानूनी व्यवस्था सुनिश्चित करना है। यूसीसी के लागू होने से राज्य के नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त होने के साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। अब किसी भी महिला को उत्तराधिकार या संपत्ति के अधिकार में भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह कानून लाखों महिलाओं के अधिकारों का एक सशक्त सुरक्षा कवच है, जो वर्षों से समानता की प्रतीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता किसी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज की कुप्रथाओं को मिटाकर सभी नागरिकों के बीच समानता से समरसता स्थापित करने का एक संवैधानिक उपाय है। इसमें किसी भी धर्म की मूल मान्यताओं और प्रथाओं को नहीं बदला गया है, केवल कुप्रथाओं को दूर किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों द्वारा यूसीसी में लिव इन रिलेशनशिप के रजिस्ट्रेशन को लेकर कई प्रकार के भ्रम फैलाने का प्रयास किये जा रहे हैं। इसके पीछे मंतव्य हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और इन संबंधों से जन्म लेने वाले बच्चों के अधिकारों एवं भविष्य की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड से निकलने वाली यूसीसी की गंगा देश में एक नई चेतना जागृत करने का कार्य करेगी। यूसीसी की समरस धारा देश के दूसरे राज्यों को भी इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए अवश्य प्रेरित करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उनके नेतृत्व में जनहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं। कश्मीर से धारा 370 का अंत, तीन तलाक जैसी कुप्रथा को समाप्त करना , नागरिकता संशोधन कानून लागू करना और फिर अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेते हुए उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का ऐतिहासिक कदम उठाया गया।

इस अवसर पर सांसद क्षत्रपाल गंगवार, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. अरूण कुमार, दर्जा मंत्री उत्तराखण्ड विनय रूहेला, महापौर बरेली डॉ. उमेश गौतम, विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, डॉ. श्याम बिहारी लाल, डी. सी. वर्मा, डॉ. एम. पी. आर्या, अशोक कट्टारिया, डीन डॉ. राजेश शर्मा, कार्यकारी निदेशक पार्थ गौतम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top