Headline
मुख्यमंत्री धामी ने डीजीएफएस डिस्क मेडल विजेता दो अग्निशमन कर्मियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री धामी ने डीजीएफएस डिस्क मेडल विजेता दो अग्निशमन कर्मियों को किया सम्मानित
क्या खाना खाने के बाद आपका भी फूल जाता है पेट? अगर हां, तो आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण
क्या खाना खाने के बाद आपका भी फूल जाता है पेट? अगर हां, तो आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण
विद्यालयों और महाविद्यालयों में विशेष योग शिविरों का किया जाए आयोजन –  मुख्यमंत्री धामी
विद्यालयों और महाविद्यालयों में विशेष योग शिविरों का किया जाए आयोजन – मुख्यमंत्री धामी
उत्तराखंड बोर्ड ने की कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजों की घोषणा, जानें कितना प्रतिशत रहा परीक्षाफल 
उत्तराखंड बोर्ड ने की कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजों की घोषणा, जानें कितना प्रतिशत रहा परीक्षाफल 
डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारी- डॉ.धन सिंह रावत
डेंगू रोकथाम को माइक्रोप्लान पर काम करें अधिकारी- डॉ.धन सिंह रावत
आईपीएल 2025- गुजरात टाइटन्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला आज
आईपीएल 2025- गुजरात टाइटन्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला आज
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी तेज
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी तेज
दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लाया गया नया उपकरण, एक जुलाई से किया जाएगा लागू 
दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लाया गया नया उपकरण, एक जुलाई से किया जाएगा लागू 
देवबंद-रुड़की नई रेल लाइन परियोजना को मिली सीआरएस से मंजूरी, स्पीड ट्रायल सफल
देवबंद-रुड़की नई रेल लाइन परियोजना को मिली सीआरएस से मंजूरी, स्पीड ट्रायल सफल

प्रदेश में अब कक्षा एक से पढ़ाई जाएगी संस्कृत, 100 करोड़ रुपये के बजट का रखा जाएगा प्रस्ताव 

प्रदेश में अब कक्षा एक से पढ़ाई जाएगी संस्कृत, 100 करोड़ रुपये के बजट का रखा जाएगा प्रस्ताव 

संस्कृत विद्यालयों में छात्रों की घटती संख्या को देखते हुए लिया गया निर्णय 

देहरादून। प्रदेश में अब कक्षा एक से संस्कृत पढ़ाई जाएगी। संस्कृत विद्यालयों में छात्रों की घटती संख्या और कक्षा छह से संस्कृत शुरू होने पर छात्रों को होने वाली कठिनाई को देखते हुए विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया है। संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक गैरोला के मुताबिक, इसके लिए हर जिले में कक्षा एक से पांचवीं तक के पांच विद्यालयों को मान्यता दी जाएगी। हर जिले में एक संस्कृत गांव बनाने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए 10 जिलों में गांव चिह्नित किए जा चुके हैं, जबकि अन्य में इसकी प्रक्रिया चल रही है।

संस्कृत शिक्षा सचिव ने चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और टिहरी जिले के कई संस्कृत विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया, संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं। बालिकाओं के साथ ही एससी, एसटी के छात्रों को संस्कृत शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा।

इसके लिए हर जिले में शिविर लगाए जाएंगे। बताया, कई विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान देखने में आया कि इन स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं है, लेकिन छात्र संख्या कुछ कम दिखी। संस्कृत शिक्षा निदेशक आनंद भारद्वाज बताते हैं कि समग्र शिक्षा के तहत 1265 करोड़ रुपये का बजट है, लेकिन संस्कृत शिक्षा के लिए बजट नहीं हैं। कहा, संस्कृत शिक्षा के लिए 100 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव रखा जाएगा। वहीं, प्रयास किया जाएगा कि इन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस, पाठ्य पुस्तकें, मिड-डे मील समेत कुछ अन्य सुविधाएं मिलें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top